किसी में ज़्यादा किसी में कम है
यहां हर शख्स की जिंदगी में गम है
कोई खुश है कच्चे मकानों में
किसी के लिए महल भी कम है
कोई छुपा लेता है अपने आंसू
किसी की आंखें आज भी नम है
बद-हाली से कई हार चुके हैं ये जंग
जीतेगा वही जिसमें जीतने का दम है।
मोहम्मद इरफ़ान