वक्फ कानून संशोधन विधेयक को लेकर चल रही साम्प्रदायिक राजनीति
गिद्ध को अब मानव के लोथड़े रास आने लगे हैं, वर्तमान में सहजता से यह उपलब्ध भी होने लगे हैं। इस दौर में इंसान और इन्सानियत की हिफ़ाज़त दुरूह कार्य है। लोगों को आपस में लड़ाना अब न तो कठिन रहा, न ही दोषियों को दण्डित किए जाने की सरकार की मंशा ही है। सांप्रदायिकता…