चुनाव आते ही आ जाते हैं नेता जी

चुनाव आते ही आ जाते हैं नेता जी, अजनबियों को भी गले लगा जाते हैं नेता जी आज की राजनीति और बीते जमाने की राजनीति में कुछ ज्यादा फर्क नहीं नजर आता। बस पहले नेताओं द्वारा किये जा रहे संबोधन को भाषण मानते थे और आज लोग नेताओं के भाषण को जुमला मानते हैं। खैर…

Read More

वक्फ कानून संशोधन विधेयक को लेकर चल रही साम्प्रदायिक राजनीति

गिद्ध को अब मानव के लोथड़े रास आने लगे हैं, वर्तमान में सहजता से यह उपलब्ध भी होने लगे हैं। इस दौर में इंसान और इन्सानियत की हिफ़ाज़त दुरूह कार्य है। लोगों को आपस में लड़ाना अब न तो कठिन रहा, न ही दोषियों को दण्डित किए जाने की सरकार की मंशा ही है। सांप्रदायिकता…

Read More