जब वेस्टइंडीज के सामने सिर्फ 126 रनों पर आउट हो गई थी टीम इंडिया, फिर भी हासिल की शानदार जीत

क्रिकेट मैच में अक्सर ऐसे कारनामें हो जाते हैं जो इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाते हैं। कुछ ऐसे किस्से बन जाते हैं जो लोगों को हमेशा याद रहते हैं। एक ऐसा ही किस्सा इस लिख के माध्यम से प्रस्तुत है-

क्रिकेट में ऐसे कई अविश्वसनीय कारनामे हो जाते हैं, जो अपने आप में इतिहास बन जाते हैं, जिन्हें लोग सदियों तक याद रखते है।
क्या आप जानते हैं एक ऐसा ही मुकाबला भारत बनाम वेस्टइंडीज के बीच खेला गया था। जब भारत के खिलाफ 50 ओवरों में वेस्टइंडीज महज 126 रन नहीं बना पाई थी।यह रोमांचक मुकाबला 1991 में ऑस्ट्रेलिया के मैदान में खेला गया था।

जी हां हम बात कर रहे हैं सन 1991-92 में खेले गए बेन्सन एंड हेजेज वर्ल्ड कप सीरीज की। इसी सीरीज में एक ऐसा मुकाबला जो उस सीरीज का सबसे रोमांचक मुकाबला था, लोग आज भी याद करते हैं। बेन्सन एंड हेजेज वर्ल्ड कप सीरीज में 06 दिसंबर को इंडिया vs वेस्टइंडीज के बीच मुकाबला हुआ जिसमें, वेस्टइंडीज टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का फैसला किया सुबह का वक्त था ऑस्ट्रेलिया की पिच पर नमी होना स्वाभाविक था,इसका फायदा सीधे बॉलिंग टीम को मिला।

इस मुकाबले में भारत की तरफ से ओपनिंग करने गए रवि शास्त्री ने 110 गेंदों में सर्वाधिक 33 रन बनाए जिसके बाद संजय मांजरेकर में पारी को आगे बढ़ाते हुए महज 39 गेंदों में 15 रनों का योगदान दिया लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण कमिंस की बाल पर विलियम्स के हाथो कैच में पकड़े गए। उस मैच में महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का बैठ नहीं चल सका वह सिर्फ 1 रन बनाकर पवेलियन लौट गए सीरीज के कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन का बल्ला भी उस दिन भीम आ रहा और सिर्फ 6 रन ही बना सके।

31.5 ओवर में पूर्ण विकेट खोने के बाद, भारतीय टीम के सिर्फ 58 रन ही बना सकी थी लेकिन कृषि पर मौजूद Pravin Amre ने भले ही धीमी गति से बैटिंग की लेकिन 50 गेंदों में 20 रन का योगदान दिया कपिल देव ने 5 रन और Manoj Prabhakr के 13 रनों के बाद extra 24 रनों के साथ ही टीम ने 50ओवर में 126 रन बनाकर वेस्टइंडीज को 127 रनों का लक्ष्य दिया।मगर भारतीय टीम के सामने बड़ी चुनौती थी वेस्टइंडीज के धुरंधरों को रोकने की, मैच का पहला ओवर लेकर आए कपिल देव ने पहली ही गेंद पर वेस्टइंडीज के ओपनर बल्लेबाज Desmond Haynes को आउट कर दिया, जिससे शुरुआत में ही वेस्टइंडीज के रनों की गति धीमी हो गई ऐसे ही एक-एक करके 3 विकेट 23 रनों पर गिर गई।

एक तरफ जहां विकेट गिर रही थी वहीं दूसरी तरफ वेस्टइंडीज के सलामी बल्लेबाज Brian Lara क्रिच पर बने हुए थे। हालांकि उनके रनों की रफ्तार तेज नहीं थी लेकिन भारत के सामने बड़ा खतरा बन सकते थे। फिर हुआ कुछ यूं कि गेंदबाजी के लिए ओवर लेकर आए Subroto Banerjee जिनके ओवर की पहली गेंद बीट हुई लेकिन दूसरी पर ही Kiran More के हाथों में कैच दे दिया। कैच पकड़े जाने पर टीम इंडिया से लेकर दर्शकों में उत्साह भर गया। अब लगा जैसे मैच भारत की खेमे में हो लेकिन वेस्टइंडीज के दसवें नंबर के खिलाड़ी Anderson Cummins ने पारी को संभालते हुए सर्वाधिक 24 रनों का योगदान दिया हालांकि इस खिलाड़ी के आउट होते ही भारत बनाम वेस्टइंडीज का यह मुकाबला टाई हो गया।

अविश्वसनीय था यह मैच जिसमें भारत ने वेस्टइंडीज को 43.4 ओवर में ही ऑल आउट कर दिया मुकाबले में भारत को जीत तो नहीं मिली लेकिन भारत में वेस्टइंडीज को भी जीतने नहीं दिया। Ind vs WI के मैच टाई होने का कारण एक तरफ जहां भारत की सूझबूझ भरी गेंदबाजी थी वहीं कहीं न कहीं वेस्टइंडीज का ओवरकॉन्फिडेंस था जिसके कारण Benson and Hedges World Cup के उस रोमांचक मैच में बराबरी से ही संतोष करना पड़ा बात करें अगर उस सीरीज के फाइनल की तो उसे पाकिस्तान ने जीता था।

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